रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 2.4 फीसदी बढ़कर 19,407 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही में उसके रिटेल और तेल कारोबार में सुधार हुआ। इसके पहले एनालिस्ट्स का अनुमान था कि वैश्विक स्तर पर दबाव के कारण कंपनी के तेल कारोबार में सुस्ती देखने को मिल सकती है, लेकिन नतीजे अलग रहे हैं। आरआईएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 19,407 करोड़ रुपये यानी प्रति शेयर 14.34 रुपये रहा। इससे एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 18,951 करोड़ रुपये यानी 14 रुपये प्रति शेयर था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 25.7 प्रतिशत बढ़कर 7,022 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि उसका मुनाफा मुख्य रूप से प्रति यूजर औसत राजस्व बढ़ने के कारण बढ़ा। कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 5,587 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। मार्च तिमाही के दौरान जियो प्लेटफॉर्म्स का प्रति यूजर औसत राजस्व 13.5 प्रतिशत बढ़कर 206.2 रुपये रहा, जो मार्च, 2024 तिमाही में 181.7 रुपये था।
रिलायंस रिटेल ने राजस्व और मुनाफ़े, दोनों ही में शानदार वृद्धि दर्ज की है। हमने अपने कार्यकौशल को बढ़ाने का प्रयास किया है, इनोवेटिव फ़ॉर्मेट लाते हुए हमने प्रॉडक्ट मिक्स को बेहतर किया है। हमने टेक्नॉलोजी में निवेश किया है और ग्राहकों से ये समझने का प्रयास किया है कि उन्हें हमसे क्या चाहिए। रिटेल के भविष्य को और उज्जवल बनाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं।”
परिणामों पर टिप्पणी करते हुए, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश डी. अंबानी ने कहा:
“बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य और कमजोर आर्थिक स्थितियों के कारण वित्त वर्ष 2025 वैश्विक कारोबारी माहौल के लिए एक चुनौतीपूर्ण वर्ष रहा है। परिचालन अनुशासन, ग्राहक-केंद्रित इनोवेशन और भारत की विकास आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करने से रिलायंस ने वर्ष के दौरान मजबूत वित्तीय प्रदर्शन किया।
ऊर्जा बाजारों में अस्थिरता के बावजूद ऑयल टू केमिकल व्यवसाय ने बेहतर प्रदर्शन किया। डाउनस्ट्रीम केमिकल बाजारों में मांग-आपूर्ति असंतुलन के कारण पिछले कई वर्षों में मार्जिन कम रहा है। हमारी व्यावसायिक टीमों ने वैल्यू चेन में मार्जिन बढ़ाने के लिए एकीकृत संचालन और फीडस्टॉक लागतों को बेहतर किया है। ऑयल एंड गैस व्यवसाय ने हमारे KGD6 और CBM ब्लॉकों से उच्च उत्पादन के कारण अपना अब तक का सबसे अधिक वार्षिक EBITDA दर्ज किया है।
रिटेल सेगमेंट ने भी लगातार वृद्धि दर्ज की। वित्त वर्ष 2025 में, हमने अपने स्टोर नेटवर्क के रणनीतिक पुनर्संयोजन पर ध्यान केंद्रित किया, जिसका उद्देश्य परिचालन दक्षता और दीर्घकालिक स्थिरता में सुधार करना था। सभी प्रारूपों में हमारे बेहतर उत्पाद कैटलॉग और उपयोगकर्ता अनुभव ने ग्राहकों के साथ जुड़ाव को और मजबूत किया है। त्वरित हाइपरलोकल डिलीवरी ने भी बाजार में महत्वपूर्ण स्थान व गति प्राप्त की है, जो ग्राहकों के साथ मजबूती से जुड़ रही है। ओमनी-चैनल ऑफरिंग्स और व्यापक उपस्थिति रिलायंस रिटेल को अपने सभी ग्राहकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने में सक्षम बनाती है।
हमारे डिजिटल सेवा व्यवसाय ने रिकॉर्ड राजस्व और लाभ कमाया है। ग्राहक आधार में लगातार वृद्धि ने आय को बढ़ाया है। ग्राहकों ने हमारी 5G सेवाओं और हमारे होम ब्रॉडबैंड ऑफ़रिंग को हाथों हाथ लिया है, ग्राहकों और होम-कनेक्ट की संख्या में तेज़ वृद्धि जारी है। जियो, इनोवेशन में निवेश करता रहेगा। भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देने वाली AI क्षमताओं और अगली पीढ़ी की तकनीकों पर हमारा ध्यान केंद्रित रहेगा।
FY25 के दौरान, हमने अक्षय ऊर्जा और बैटरी संचालन में अपनी परियोजनाओं के लिए एक मजबूत नींव रखी है। आने वाली तिमाहियों में, हम इस व्यवसाय को इनक्यूबेशन से ऑपरेशनलाइज़ेशन में बदलते हुए देखेंगे। मेरा दृढ़ विश्वास है कि न्यू एनर्जी ग्रोथ इंजन रिलायंस, भारत और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
ईशा एम. अंबानी
एग्ज़ेकेटिव डायरेक्टर
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड
“जियो लगातार ग्राहकों तक दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेक्नॉलोजी के ज़रिए कई प्रकार की सेवाएँ पहुँचा रहा है। जियो को गर्व है कि दुनिया के सबसे बड़े आयोजनों में से एक, महाकुंभ में हमने अपने मजबूत और बेहतरीन नेटवर्क के दम पर करोड़ों श्रद्धालुओं तक अपनी सेवाएँ पहुँचाईं। जियो अब आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के मूलभूत ढांचे को तैयार करने के काम में जुटा है ताकि जियो की सारी सेवाओं में इंटेलिजेंस की एक और परत जुड़ जाए।“
आकाश एम अंबानी
चेयरमैन, रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम
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