Pages

वाराणसी से टाटा पावर ने 'घर घर सोलर' पहल का किया शुभारंभ

राज्य के 10 लाख घरों में रूफटॉप सोलर लगाने की क्षमता है

लखनऊ। स्थायी ऊर्जा समाधानों में अग्रणी टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड (Tata Power Solar Systems Limited) ने उत्तर प्रदेश के हर घर को स्वच्छ ऊर्जा से उज्वल करने के उद्देश्य से रूफटॉप सोलर पहल शुरू की है।



'घर-घर सोलर, टाटा पावर के संग' इस महत्वाकांक्षी पहल की शुरूआत वाराणसी से की गयी है। इसमें आधुनिकतम रूफटॉप सोलर समाधानों (आरटीएस) के माध्यम से लोगो को अच्छी वित्तीय बचत होगी और पर्यावरणीय लाभ भी मिलेंगे।

राज्य में उपभोक्ता रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन पर अधिकतम 1,08,000 रुपये तक की सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। इसमें 3 किलोवाट तक के लिए केंद्र सरकार की 78,000 रुपये की सब्सिडी और राज्य सरकार की ओर से 3 किलोवाट तक के लिए अधिकतम 30,000 रुपये (15,000 रुपये प्रति किलोवाट) की सब्सिडी शामिल होगी, जो केंद्र सरकार की सब्सिडी के अतिरिक्त होगी।

गुणवत्ता और नवाचार के प्रति टाटा पावर सोलर की प्रतिबद्धता की वजह से यह पहल क्षेत्र में ऊर्जा उपलब्धता और स्थिरता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी। अपने मज़बूत चैनल पार्टनर नेटवर्क के साथ टाटा पावर वाराणसी और उत्तर प्रदेश के निवासियों को तेज़ी से रूफटॉप सोलर कनेक्शन प्रदान करने के लिए सक्षम है।

वाराणसी में शुभारंभ समारोह में, टाटा पावर के सीईओ और एमडी डॉ. प्रवीर सिन्हा ने कहा, "स्थायी ऊर्जा भविष्य को आगे बढ़ाना टाटा पावर सोलर में हमारा मिशन है। उत्तर प्रदेश में हमारे रूफटॉप सोलर समाधानों की शुरूआत करके, हम निवासियों को उनके ऊर्जा बिलों को भारी मात्रा में कम करने और हरित वातावरण के निर्माण में योगदान करने का सर्वोत्तम उपलब्ध अवसर प्रदान करते हैं। हमारी तीन दशकों की विशेषज्ञता, बाइफेसियल मॉड्यूल जैसी उन्नत तकनीक, आसान फाइनेंसिंग, प्रशिक्षित कार्यबल और मजबूत चैनल पार्टनर नेटवर्क सौर ऊर्जा को बिना किसी परेशानी के अपनाए जाने की गारंटी देते हैं।"

टाटा पावर के सोलर पैनल आधुनिकतम और भारत में निर्मित हैं, जो बेहतर प्रदर्शन करते हुए लंबे समय तक काम करते हैं। उनके बाइफेसियल पैनल प्रकाश दोनों तरफ अब्सॉर्ब करते हैं, जिससे कम जगह में उच्च दक्षता की गारंटी मिलती है। कंपनी ने अपने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए और सौर ऊर्जा को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए कुशल टेक्निशियन्स की टीम इंस्टालेशन प्रक्रिया बहुत ही सहजता से करती है और रखरखाव सहायता भी सुनिश्चित करती है। 

इसके अलावा, टाटा पावर सोलर पूछताछ से लेकर इंस्टालेशन तक सब कुछ केवल 7 दिनों में करने की गारंटी देता है, ग्राहकों के लिए बाज़ार में मौजूद दूसरी कंपनियों के मुकाबले डाउनटाइम काफी कम रहता है। 

शुरूआती निवेश के साथ 3 किलोवाट का सोलर रूफटॉप लगाने वाला एक सामान्य परिवार प्रतिदिन 12 यूनिट बिजली पैदा कर सकता है, जो प्रति माह लगभग 360 यूनिट है।  बिजली बिलों पर प्रति वर्ष 27,000 रुपये तक की बचत का दावा किया गया है।

नेट मीटरिंग होने की वजह से निवासी उनके सौर सिस्टम द्वारा पैदा की गयी अतिरिक्त बिजली के लिए क्रेडिट कमा सकते हैं और उसे ग्रिड में वापस भेज सकते हैं। इससे न केवल उनका बिजली का बिल और घटता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित होता है कि पैदा की गयी कोई भी  बिजली बर्बाद न हो, इस तरह से सौर ऊर्जा को अपनाने से मिलने वाले वित्तीय लाभ बढ़ते जाते हैं। इस पहल के माध्यम से, कंपनी 23 राज्यों में विस्तार कर रही है, 50 से अधिक औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों सहित 300 शहरों तक पहुंच रही है।  पूरे भारत में 80,000 से अधिक संतुष्ट उपभोक्ता टाटा पावर सोलर की सेवाओं का लाभ ले रहे हैं।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ