लखनऊ। हैंड्स फ़ॉर हैल्प को संस्था हैल्पलाइन के माध्यम से एक महिला द्वारा सूचना मिली कि एक विधवा महिला जिसका नाम अजमेरी ख़ातून उम्र लगभग 36 वर्ष पिछले 1 साल से रीढ़ की हड्डी के रोग से ग्रसित है। वह महिला अपनी दो बेटियों के साथ किराए के मकान में रहती है और सिलाई व घरों में खाना बनाकर जीवन यापन कर रही थी। लेकिन पिछले 6 माह से बीमारी के कारण कुछ भी नहीं कर पा रही थी। जिसके कारण परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गयी। महिला को अपना उपचार कराने व अपनी जीविका चलाने में काफी दिक्कत आ रही थी। महिला को संस्था ने इरा मेडिकल कॉलेज लखनऊ में दिखाया और वहां न्यूरो सर्जन डॉ अभिनव श्रीवास्तव को दिखाया। जिन्होंने ऑपरेशन बताया।
संस्था ने महिला को वहीं भर्ती कराया और सकुशल सर्ज़री करवाई।संस्थाध्यक्ष सुनील कुमार के अनुसार इस पूरे कार्य में आदिल रिज़वान और इरा मेडिकल कॉलेज लखनऊ के सर्जन डॉ शादाब आसिफ का विशेष योगदान रहा। शैलेन्द्र सिंह यू.पी पुलिस लखनऊ द्वारा रक्तदान किया। सभी के सहयोग से अब महिला बैठ पा रही है और चल पा रही है। महिला ने संस्था का आभार जताया है। यह जानकारी संस्था के मीडिया प्रभारी विशाल मर्चेंट ने दी।
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