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कुसुम वर्मा के अवधी गीतों संग लोकनृत्य ने बांधा समां

लखनऊ। श्री रामलीला परिसर ऐशबाग में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला एवं चैती महोत्सव-2023 की तीसरी संध्या में कुसुम वर्मा के अवधी गीतों व लोक नृत्य ने समां बांधा। महोत्सव का उद्घाटन बृज बहादुर (प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा उ.प्र.) और मुकेश शर्मा (सदस्य विधान परिषद) ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ लोकगायिका कुसुम वर्मा ने देवी गीत से चैती- बन-बन फुलवा फुलाने हो रामा चैतहि मासे, नकटा- बेरि बेरि बगिया न जइबै ननदिया, लोकगीत कैसा चुभा कांटा पांव में ओ कान्हा तोरे गाँव में, पिया पतिया पठइहैं पढ़ब कइसे और राम कीर्तन- श्रीराम जय राम जय जय को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 


कुसुम ने राम दशरथ राज दुलारे राम गीत को सुनाया तो मुस्कान सिंह और तन्मया राय ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। कुसुम के कार्यक्रम के मेरुदंड सहगायन में बरखा श्रीवास्तव, कीबोर्ड पर अरविंद वर्मा, ढोलक पर प्रदीप कुमार, ऑक्टोपैड पर राम प्रकाश रहे। वहीं शैलेन्द्र सक्सेना के निर्देशन में सुरभि कल्चरल ग्रुप के कलाकारों अदिति गुप्ता ने नमो नमो नमस्तुते, जया सिंह और वरदा मेहरोत्रा ने राधा कृष्ण, शिक्षा अग्रवाल ने या वीणा वरदण्ड मण्डित करा पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।

पलक शर्मा, करीना कुमारी और अंबिका वर्मा ने जय हो, नीमिषा वर्मा ओम नमः शिवाय, दीपा अवस्थी, सानवी श्रीवास्तव, जया सिंह, वरदा महरोत्रा ने नमो नमो शंकरा पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर किया। फस्ट मूव डांस स्टूडियों के कलाकारों ने हर्षित चौहान के निर्देशन में अपनी नृत्य प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। भास्कर बोस के निर्देशन में नाटक राजा मार्कंडेय महादेव का मंचन शंकर पाल, सैमुल, संजीत मंडल, प्रिंस, अपर्णा, प्रिया पांडेय व अन्य कलाकारों ने किया।

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