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स्‍थापित किए जाएंगे 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, 157 नए नर्सिंग कॉलेज

युवाओं को सशक्‍त‍ बनाने और ‘‘अमृत पीढ़ी’’ के सपनों को साकार करने में सहायता हेतु राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति‍ का निरुपण

लाखों युवाओं को कुशल बनाने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 शुरू की जाएगी

विभिन्‍न राज्‍यों में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्‍थापित किए जाएंगे

3 वर्षों में  47 लाख युवाओं को वृत्तिका साहायता प्रदान करने के लिए प्रत्‍यक्ष लाभ अंतरण शुरू किया जाएगा

नई दिल्ली। केन्‍द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में केन्‍द्रीय बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा कि  हमारे युवाओं को सशक्‍त बनाने और 'अमृत पीढ़ी' के सपने साकार करने में मदद करने हेतु, हमने कौशलवर्द्धन पर केंद्रित राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति निरूपित की है, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करने में सहायक आर्थिक नीतियां अपनाई हैं और व्‍यवसाय के अवसरों का समर्थन किया है। केंद्रीय बजट 2023-24 में सात प्राथमिकताओं को अपनाया गया है, जो एक-दूसरे की संपूरक हैं और ‘सप्‍तऋषि’ के रूप में अमृत काल में हमारा मार्गदर्शन करती हैं। युवा शक्ति हमारे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक है। 

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0

वित्‍त मंत्री ने घोषणा की कि अगले तीन वर्षों में लाखों युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 शुरू की जाएगी। ऑन जॉब प्रशिक्षण, उद्योग साझीदारी और उद्योग की जरूरतों के साथ पाठ्यक्रमों के संरेखन पर जोर दिया जाएगा। उन्‍होंने इस बात को रेखांकित किया कि यह योजना इंडस्‍ट्री 4.0 जैसे कोडिंग, एआई (कृत्रिम बुद्धिमता), रोबोटिक्‍स, मेकाट्रॉनिकस, आईओटी, 3डी प्रिंटिंग, ड्रोनों और सॉफ्ट स्किल जैसे नये युग के पाठ्यक्रमों को शामिल करेगी।

 

 

वित्तमंत्री सीतारमण ने युवाओं को अंतरराष्‍ट्रीय अवसरों के लिए कौशल प्रदान करने हेतु अलग-अलग राज्‍यों में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्‍थापित करने का भी प्रस्‍ताव रखा।

 

 

राष्‍ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्‍साहन योजना

श्रीमती सीतारमण ने घोषणा की कि अखिल भारतीय राष्‍ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्‍साहन योजना के अंतर्गत तीन वर्षों में 47 लाख युवाओं को वृत्तिका सहायता प्रदान करने के लिए प्रत्‍यक्ष लाभ अंतरण शुरू किया जाएगा।

 

 

एकीकृत स्किल इंडिया डिजिटल प्‍लेटफॉर्म

श्रीमती सीतारमण ने सूचित किया कि निम्‍नलिखित एकीकृत स्किल इंडिया डिजिटल प्‍लेटफॉर्म की शुरुआत कर कोशलवर्द्धन हेतु डिजिटल तंत्र को और विस्‍तार प्रदान किया जाएगा। इसके बारे में विस्‍तार से बताते हुए उन्‍होंने कहा कि यह:

  • मांग आधारित औपचारिक कौशलवर्द्धन सक्षम करेगा
  • एमएसएमई सहित नियोक्‍ताओं के साथ जोड़ेगा, और
  • उद्यमिता योजनाओं की सुलभता सुगम बनाएगा।

157 नये नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे

केन्‍द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने केन्‍द्रीय बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा कि हमने समृद्ध और समावेशी भारत की परिकल्पना की है, जिसमें विकास का लाभ सभी क्षेत्रों और नागरिकों, विशेषकर हमारे युवाओं, महिलाओं, किसानों, अन्य पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों तक पहुंचे।

 

नये नर्सिंग कॉलेज

इंडिया@100 और अमृतकाल के विजन के अनुरूप वित्त मंत्री ने 2014 के बाद से स्थापित 157 मौजूदा मेडिकल कॉलेजों के साथ सह-स्थानों में 157 नये नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना की घोषणा की।

 

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सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन शुरू

 निर्मला सीतारमण ने सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ की भी घोषणा की जिसमें प्रभावित जनजातीय क्षेत्रों में जागरूकता सृजन, शून्य से 40 वर्ष के आयुवर्ग के 7 करोड़ लोगों की युनिवर्सल स्क्रीनिंग और केन्द्रीय मंत्रालयों तथा राज्य सरकारों के सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से काउंसलिंग का कार्य किया जाएगा।

शोध एवं अनुसंधान के लिए आईसीएमआर प्रयोगशालाओं की उपलब्धता

वित्त मंत्री ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए चुनिन्दा आईसीएमआर प्रयोगशालाओं की सुविधाएं सरकारी तथा निजी मेडिकल कॉलेज संकाय तथा निजी क्षेत्र के अनुसंधान एवं विकास दलों को अनुसंधान के लिए उपलब्ध कराई जाएगीं।

फार्मा क्षेत्र में अनुसंधान एवं नवाचार

वित्त मंत्री ने घोषणा की कि फार्मास्युटिकल क्षेत्र में अनुसंधान एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए उत्कृष्टता केन्द्रों के माध्यम से एक नया कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा, हम विशिष्ट प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों में अनुसंधान तथा विकास में निवेश के लिए उद्योगों को भी प्रोत्साहित करेंगे।

चिकित्सा उपकरणों हेतु बहुविषयक पाठ्यक्रम

चिकित्सा क्षेत्र में भविष्योन्मुख चिकित्सा प्रौद्योगिकियों और उच्च स्तरीय विनिर्माण के महत्त्व को रेखांकित करते हुए माननीय वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि मौजूदा संस्थानों में चिकित्सा उपकरणों हेतु पूर्ण समर्पित बहुविषयक पाठ्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि भविष्योन्मुख चिकित्सा प्रौद्योगिकियों, उच्च स्तरीय विनिर्माण तथा अनुसंधान के लिए कार्य बल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

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