लखनऊ। भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों में से एक बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने सोमवार को बड़ौदा किसान पखवाड़ा के 5वें संस्करण की शुरुआत की घोषणा की। यह वार्षिक किसान जुड़ाव कार्यक्रम 15 नवंबर से शुरू हो चुका है और 30 नवंबर को बड़ौदा किसान दिवस समारोह के साथ समाप्त होगा। 2 सप्ताह के कृषि उत्सव के दौरान, बैंक कई आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से 4.5 लाख किसानों, मुख्य रूप से एग्री कस्टमर सेगमेंट को सेवा देने वाली देश भर में 5,000 अर्ध-शहरी और ग्रामीण शाखाओं के साथ बैंक का नेटवर्क, 'बड़ौदा किसान पखवाड़ा' में सक्रिय रूप से भाग लेगा।
'बड़ौदा किसान पखवाड़ा' कृषक समुदाय के साथ जुड़ाव बढ़ाने और बैंक ऑफ़ बड़ौदा की तरफ से पेश किए जा रहे विभिन्न कृषि उत्पादों, योजनाओं और डिलीवरी चैनल्स और किसानों के लाभ के लिए सरकार द्वारा की गई पहलों के बारे में जागरूकता का प्रसार करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
किसान बैठकों, चौपालों, किसान मेलों आदि जैसे आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से बैंक विभिन्न कृषि ऋण उत्पादों जैसे बड़ौदा किसान क्रेडिट कार्ड, ट्रैक्टर लोन, गोल्ड लोन, स्वयं सहायता समूहों, संयुक्त देयता समूह को वित्त प्रदान करने, कृषि से जुड़ी व गतिविधियों आदि के लिए ऋणों और किसानों के लिए उपलब्ध सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी देगा। बैंक ने विशेष रूप से कृषि सेगमेंट के लिए डिजिटल बैंकिंग सेवाएं भी शुरू की हैं ताकि वे आसानी से कृषि ऋण के लिए आवेदन कर सकें।
यह आयोजन विभिन्न सरकारी कृषि पहलों जैसे कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत कर्ज देने संबंधी योजनाएँ, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एआईएफ), एनिमल हसबेंडरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (एएचआईडीएफ), प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई), पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज स्कीम (पीएम-एफएमई) आदि को भी बढ़ावा देगा।
बड़ौदा किसान पखवाड़ा भारतीय किसान समुदाय के साथ जुड़ने और बैंक की तरफ से पेश किए जा रहे विभिन्न उत्पादों और योजनाओं के बारे में जागरूकता का प्रसार करने के साथ-साथ सरकार द्वारा शुरू की गई पहलों को बढ़ावा देने का एक मंच है। बड़ौदा किसान पखवाड़ा कार्यक्रम के दौरान बैंक का लक्ष्य 4.5 लाख किसानों तक पहुंचना है।
इस अवसर पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के ज़ोनल हेड लखनऊ ब्रजेश कुमार सिंह, ने कहा, “सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंक के रूप में भारतीय कृषक समुदाय के साथ बैंक ऑफ़ बड़ौदा का एक मजबूत और पुराना संबंध है और हम उनसे गहराई से जुड़े हुए हैं। हम ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत को मुख्यधारा की बैंकिंग से जोड़ते हैं और अपने विस्तृत ऋण उत्पादों व बैंकिंग सुविधाओं के जरिए उनके कृषि कार्य में प्रगति लाने में सहायता प्रदान करते हैं। 'बड़ौदा किसान पखवाड़ा' बैंकिंग उद्योग में एक अनूठी और वास्तव में अपनी तरह की अनूठी पहल है, जो हमारे कृषि से जुड़े ग्राहकों के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करने और देश में उनके योगदान को स्वीकार करने का एक अवसर है।"
उन्होंने कहा, "लखनऊ अंचल में बैंक ऑफ़ बड़ौदा के पास दीर्घकालीन समय से किसान ग्राहकों का एक मजबूत ग्राहक आधार है, जो कई वर्षों से चला आ रहा है। बैंक स्थानीय कृषि क्षेत्र की बैंकिंग और वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस वर्ष के 'बड़ौदा किसान पखवाड़ा' में लखनऊ अंचल की कुल 605 ग्रामीण एवं अर्ध शहरी शाखाएँ शामिल होंगी और लगभग 3000 किसान बैठक, चौपाल, 28 मृदा जांच शिविर, मवेशी स्वास्थ्य जाँच शिविर, 28 क्रेडिट कैम्प आदि जैसे कई कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुँचेंगी।”
इन कार्यक्रमों की श्रृंखला में बीते 19 नवंबर को अयोध्या में वृहद किसान मेले का आयोजन बैंक के कार्यकारी निदेशक जयदीप दत्ता रॉय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ था। जिसमे 4829 कृषकों को रू.152 करोड़ के कृषि ऋण वितरित किए गए और कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ठ एवं इनोवेटिव कार्य करने वाले प्रदेश के 12 कृषको को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक ने बैंक से जुड़े देश भर के समस्त कृषकों हेतु “bob world किसान” एप का उद्घाटन किया। जिसपर विभिन्न बैंकिंग सेवाओं के अलावा कृषि संबन्धित अन्य जानकारियाँ जैसे मौसम संबन्धित पूर्वानुमान, जानकारी, फसलों के बाजार भाव की अपडेटेड जानकारी, मृदा जांच संबन्धित जानकारी, फसलों को कीट पतंगों और विभिन्न रोगों से बचाव हेतु वैज्ञानिकों की सलाह जैसी अनेक महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ ही साथ एग्री इनपुट खरीदने की सुविधा भी उपलब्ध हैं। जिसका लाभ बैंक से जुड़े किसान अभी URL https://kisan.bankofbaroda.com के माध्यम से उठा सकते हैं। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक जयदीप दत्ता रॉय ने 25 गोल्ड लोन शॉपी का उद्घाटन भी किया। उन्होंने बैंक के अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु “Agri Lending Booklet” का विमोचन भी किया। जिसमें बैंक की समस्त कृषि ऋण योजनाओं की संक्षिप्त जानकारी उपलाभ है। जिससे समस्त स्टाफ सदस्य लाभान्वित हो किसान भाइयों की आवश्यकता अनुसार उन्हें बैंकिंग योजना का लाभ उपलब्ध करा सकेंगे।
पखवाड़े के पहले के चार संस्करणों में ग्राहकों की तरफ से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली और विभिन्न स्तरों पर इसको सराहा गया। 2018 में, बड़ौदा किसान पखवाड़ा के उद्घाटन संस्करण को "लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" द्वारा देश में इस तरह के सबसे बड़े किसान जुड़ाव कार्यक्रम के रूप में पहचान मिली।
इस साल बैंक का लक्ष्य, इस आयोजन की पहुंच को विस्तृत करने तथा विविध उत्पादों की पेशकश करके और अधिक किसानों को बैंकिंग परिधि में शामिल करना है। इन उत्पादों में बैंक बड़ौदा किसान क्रेडिट कार्ड (बीकेसीसी), ट्रैक्टर लोन, गोल्ड लोन, एसएचजी, जेएलजी को वित्तपोषण, कृषि से संबद्ध गतिविधियां, किसान उत्पादक संगठन, कंपनी (एफपीओ/एफपीसी), खाद्य और कृषि प्रसंस्करण इकाइयाँ आदि शामिल हैं।इस वर्ष 30 सितंबर तक बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने कृषि क्षेत्र को 1,14,964 करोड़ रुपये का ऋण दिया है जो वार्षिक आधार पर 14.1% की प्रगति दर्शाता है।
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