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आपकी मदद से मासूम अनमय को मिल सकता है जीवनदान, माता पिता ने की ये अपील

स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से पीड़ित अनमय को इलाज के लिए ₹16 करोड़ की आवश्यकता, की गई समाज के हर वर्ग से सहयोग की अपील

क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन ने ₹21 लाख का चेक बतौर योगदान अनमय के माता-पिता को सौंपा

लखनऊ। सात महीने की उम्र में अनमय सिंह ऐसी बीमारी से जूझ रहा है, जिसका इलाज दुनिया के सबसे महंगे इलाज में से एक है। अनमय दुर्लभ व जानलेवा बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है और इसका इलाज सिर्फ एक इंजेक्शन से ही सम्भव है, जिसकी कीमत ₹16 करोड़ है। अनमय के इलाज में अब समाज के मदद की भी दरकार है। बुधवार को इस अपील के साथ अनमय के माता-पिता अंकिता सिंह व सुमित सिंह ने गौरीगंज, अमेठी के विधायक व क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन के डायरेक्टर राकेश प्रताप सिंह के सहयोग से प्रेस क्लब में मीडिया के सामने अनमय के इलाज व उसके लिए आवश्यक धनराशि के सम्बंध में अपनी बात रखी। इस अवसर पर क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन ने ₹21 लाख का योगदान देते हुए चेक अनमय के माता-पिता को सौंपा। इस अवसर पर क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन की तरफ से अनमय के इलाज के लिए शुरू हुई इस मुहिम में शामिल प्रमुख सदस्य धर्मेंद्र कुमार सिंह, दिनेश प्रताप सिंह, अमरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, शक्ति सिंह व अमित सिंह भी उपस्थित थे।

अमेठी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने कहा, "स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी जैसी अत्यंत विलक्षण और गम्भीर बीमारी से जूझ रहे नन्हे शिशु अन्मय सिंह को आपकी आवश्यकता है, आगे बढ़ें और दिल खोलकर मदद करें। अनमय के इलाज हेतु चिकित्सकों के द्वारा ₹16 करोड़ के इंजेक्शन की आवश्यकता बताई गई है, यह राशि सुनने में जितनी बड़ी है, उससे कहीं बहुत मुश्किल इसका इंतजाम कर पाना है। किसी भी साधारण परिवार के लिए इस राशि की व्यवस्था कर पाना असंभव सा है। परंतु जिस तरह कड़ी से कड़ी जुड़ रही है और समाज के सभी लोग अन्मय की मदद को आगे आ रहे हैं, उससे अन्मय के इलाज की उम्मीद साकार होकर मूर्तरूप लेती जा रही है। अन्मय सिंह के इलाज में सहायता के लिए हमारी संस्था क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन द्वारा ₹21,00,000 (इक्कीस लाख रूपये) का योगदान दिया गया है। आप सभी से आग्रह है अन्मय की मदद के लिए आगे आएं, आपका छोटा सा सहयोग अन्मय की जीवन रक्षा में वरदान साबित हो सकता है।"

अनमय की माता अंकिता सिंह ने बताया, "अनमय के जन्म के बाद हम सभी बहुत खुश थे और उसके उज्ज्वल व स्वस्थ भविष्य की कामना कर रहे थे। लेकिन कुछ दिनों बाद अचनाक उसके हाव-भाव मे ऐसा परिवर्तन आया जो सामान्य शिशुओं में नहीं होता। डॉक्टर्स से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि कुछ बच्चों में विकास कुछ देरी से होता है, प्रतीक्षा कर लेनी चाहिए। हालात न सुधरने पर देश भर के विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखाया गया तो दिल तोड़ने वाली खबर की पुष्टि हुई। अनमय स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी एसएमए-I से पीड़ित है। अनमय को डॉ. प्रवीण सुमन द्वारा इलाज के लिए दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज डॉ. एस दुबे, डॉ. एस कोहली व डॉ. रत्ना डी पुरी के कुशल निर्देशन में चल रहा है।"

अंकिता सिंह ने बताया, "जिन बच्चों में स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी बीमारी के लक्षण पाए जाते हैं, वे धीरे-धीरे इतने लाचार हो जाते हैं कि उन्हें सांस तक लेने के लिए वेंटिलेटर की जरूरत पड़ जाती है। लंबे समय तक बच्चों को वेंटिलेटर पर रखना भी किसी बड़े खतरे से कम नहीं है। इससे ट्यूब में संक्रमण फैलने का खतरा होता है औए बच्चे की हालत और बिगड़ सकती है।" उन्होंने सभी से भावुक अपील करते हुए कहा, "आप सब के सहयोग व आशीर्वाद से अनमय स्वस्थ होकर एक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है। आपका सहयोग व आशीर्वाद एक मां के लिए उसके जीवन का अनमोल तोहफा होगा।"

अनमय के पिता सुमित सिंह ने बताया, "इस बीमारी के इलाज के लिए एक खास इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है, जिसे अमेरिका के वैज्ञानिकों ने ईजाद किया है और इसे अमेरिका से मंगाना पड़ता है। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती है इस इंजेक्शन की कीमत जो लगभग 16 करोड़ रुपये है। इस इंजेक्शन के लगने से मांसपेशियों को कमजोर कर उन्हें हिलने-डुलने और सांस लेने में समस्या पैदा करने वाला जीन निष्क्रिय हो जाता है। यह नर्व्स के लिए जरूरी प्रोटीन का उत्पादन शुरू कर देता है और बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सामान्य रूप से होने लगता है।"

उन्होंने अपील करते हुए कहा, "हमने अपनी सामर्थ्य के हिसाब से जितना संभव था, उतनी धनराशि एकत्र की। लेकिन ₹16 करोड़ रुपये की सम्पूर्ण राशि एकत्र कर पाना हमारे जैसे साधारण परिवार के लिए लगभग असंभव है। हमें क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन व इसके डायरेक्टर अमेठी के विधायक राकेश प्रताप सिंह का अमूल्य सहयोग मिला है, हम समाज के हर वर्ग से अपील करते हैं कि आपके द्वारा दिया गया छोटा से छोटा सहयोग अनमय के जीवन के लिए वरदान साबित होगा, आगे आएं और अनमय को स्वस्थ और सामान्य जीवन व्यतीत करने का आशीर्वाद व सहयोग दें।"

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