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"हरे रामा भीजत मोर चुनरिया बदरिया बरसे रे हारी..."

लखनऊ। सावन की हरियाली से परिपूर्ण हरे रंग के वस्त्रों में सजी धजी महिलाओं ने जब "झूला लागल कदम की डारी झूले कृष्ण मुरारी ना..." झूला गीत पर मनभावन नृत्य प्रस्तुत किया तो उमड़ते घुमड़ते काले मेघों के बीच श्रावण की हरितिमा ही हरितिमा चारो ओर बिखरी नजर आई। मौका था शनिवार शाम मानस सिटी इन्दिरा नगर में स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित 'उड़ान सावन उत्सव 2022' का। देवों के देव भगवान शंकर को समर्पित उड़ान सावन उत्सव का उद्रघाटन लोक गायिका रंजना मिश्रा, कथक नृत्यांगना मंजू मलखानी और लोक नृत्यांगना सरिता सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। 

विघ्न विनाशक भगवान गणेश जी के चरणों में अर्पित गणेश वंदना के उपरान्त ढोलक, मंजीरे और झांझ के संगीत के बीच सीमा सिंह की गाई सावन की कजरी "हरे रामा भीजत मोर चुनरिया बदरिया बरसे रे हारी..." पर मोहिनी, कीर्ति, बीनू, सविता कनौजिया, रचना, कल्पना, सुनीता गुप्ता, रुचि और पूजा शुक्ला ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। बनारसी कजरी झूला झूलै नंदलाल, संग राधा गुजरी कहैं राधा जी पुकार, पेगें मारऽ सरकार पर मीरा, गार्गी गौतम, जान्वी गुप्ता, कुसुम पान्डेय, स्नेहा, सुनीता पटेल, रचना उपाध्याय, डॉ रेखा और भारती सिंह नृत्य प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया।
पारम्परिक लोक संगीत से सजे इस कार्यक्रम में अवधी झूला गीत सिया संग झूले बगिया में राम ललना पर सरिता सिंह, कल्पना, मोना वर्मा, रोली जयसवाल, पूजा गुप्ता, प्रतिभा सिंह ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर लोगों की तालियां बटोरीं। इस अवसर पर सावन मास के प्रतीक हरे रंग से सराबोर सोलह श्रृंगार से परिपूर्ण महिलाओं ने बेस्ट मेहंदी, बेस्ट चूड़ी, बेस्ट साड़ी, बेस्ट कैटवाक, बेस्ट हेयर जैसी अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेकर आकर्षक उपहार भी जीते।

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