लखनऊ। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने जीएसटी परिषद द्वारा देश के कपड़ा उद्योग और कपड़े पर लगाए जा रहे जीएसटी को 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने के फैसले को वापस लिए जाने का स्वागत किया है। संगठन के अध्यक्ष संदीप बंसल ने कहाकि यह खुशी अधूरी है। संगठन विभिन्न व्यापारी पंचायतों के माध्यम से जीएसटी परिषद से लगातार यह मांग कर रहा था कि कपड़े, जूते और ईट भट्टे पर जीएसटी की बढ़ी हुई दरों को वापस लिया जाए। जिस पर सिर्फ कपड़े पर परिषद ने निर्णय लिया है।
संदीप बंसल ने बताया कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 30 और 31 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजे गए। जिसमें बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर नकेल कसे जाने, कपड़े, जूते, ईट भट्टे पर जीएसटी को घटाने, डीजल, पेट्रोल जीएसटी के दायरे में लाने, 3 सितंबर राष्ट्रीय व्यापारी दिवस घोषित किए जाने, उत्तर प्रदेश में बढ़े हुए मंडी शुल्क को वापस लिए जाने एवं शिक्षक स्नातक क्षेत्र की तरह पंजीकृत व्यापारियों से विधान परिषद सदस्य चुने जाने के विषय प्रमुख थे।
प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं नगर महामंत्री सुरेश छाबलानी ने बताया कि लखनऊ में भी बड़ी संख्या में व्यापारी गांधी प्रतिमा पर एकत्रित हुए जहां पर उनको सूचना मिली कि कपड़े पर जीएसटी को वापस ले लिया गया है तो उसके पश्चात दारुल सफा कार्यालय पहुंच कर व्यापारियों ने मिष्ठान वितरित करके इस निर्णय पर अपनी प्रसन्नता जाहिर की।इस मौके पर संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष जावेद बैग, उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष आकाश गौतम, नगर अध्यक्ष आसीम मार्शल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय सोनकर, महामंत्री अश्वन वर्मा, प्रदेश युवा मंत्री मोहनीश त्रिवेदी, रानीगंज उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजू साहू, युवा उपाध्यक्ष रज्जन खान, रूप यादव, शिवम् पांडेय, वकील अहमद, आम्रपाली व्यापार मंडल के अध्यक्ष निसार हुसैन, अनिल बंसल मौजूद रहे।
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