लखनऊ। चक्रवाती तूफान ‘यास’ का असर उत्तर प्रदेश में भी होगा। मौसम विभाग ने प्रदेश के करीब 27 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसका असर पूर्वी उत्तर प्रदेश में नजर आयेगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इसका असर वाराणसी व आसपास के जिलों के साथ ही गोरखपुर, प्रयागराज और लखनऊ तक नजर आ सकता है। जैस-जैसे यह पश्चिम की ओर बढ़ेगा इसका असर कम होता चला जाएगा। मौसम विभाग के निदेशक जे पी गुप्ता ने बताया कि इस दौरान तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना है जिस क्षेत्र में हवा का दवाब कम होगा, वहां तेज बारिश भी होने के आसार हैं। लखनऊ में भी अगले दो दिन यानी 27 और 28 को भारी बारिश की चेतावनी दी है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इन 27 जिलों में 28 मई तक तूफान के कारण बारिश की चेतावनी दी गई है. इन 27 जिलों में आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, संत कबीर नगर, महराजगंज, मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, संभल, बदायूं, कासगंज, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, जौनपुर, आंबेडकरनगर, और कुशीनगर का नाम शामिल है। मई में आए दिन बदलते मौसम को देखते हुए ये कयास लगाये जा रहे हैं कि इसका प्रभाव मानसून पर पडेगा और इस बार मानसून जल्द आ सकता है लेकिन मौसम विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि समय से पहले मानसून के आने की उम्मीद कम है। लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में 20 जून के आसपास मानसून आने की सामान्य तारीख है और फिलहाल इसके प्रदेश में समय से पहले सक्रिय होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। बता दें कि बीते साल में 13 जून जबकि 2019 में 28 जून तक मानसून आया था। दोनों साल में औसत से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई थी। मौसम विभाग के अनुसार पिछले वर्ष भी मानसून समय से पहले आया था, लेकिन शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश के बाद पानी नहीं बरसा था। अगस्त के बाद अक्तूबर तक अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई थी।
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