लखनऊ। प्रतिदिन की तरह बुधवार को भी उन्नाव कलेक्ट्रेट में सामान्य तरीके से कार्य चल रहा था। सभी कुछ ठीक ठाक था, तभी अचानक आये भूकंप के बाद आग लगने से वहाँ हड़कंप मच गया। भूकंप का अलार्म बजते ही लोग भवन से बाहर की ओर भागने लगे, कई लोग अंदर ही फंस गए। इस दौरान वहाँ फंसे पीड़ितों को निकालने के लिए स्थानीय प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को मदद के लिए बुलाया। आनन फानन में पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला और रेस्क्यू ऑपरेशन कर सभी पीड़ितों को बाहर निकाला। टीम ने कंक्रीट को काटकर क्षैतिज दृष्टिकोण वाले 3 गंभीर फंसे हुए पीड़ितों को निकाला, एक पीड़ित जो कि LPG सिलेंडर के कारण फंस गया था उसे CBRN टीम द्वारा बचाया गया और 2 पीड़ितों को रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया।
घबराइये नहीं वहां कोई हादसा नहीं हुआ था बल्कि प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिये कई विभागों के साथ एनडीआरएफ ने मॉक ड्रिल किया था। एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्यनारायण प्रधान के कुशल दिशा निर्देशन में NDRF लखनऊ टीम और उन्नाव जिला आपदा प्रबंधन, जिला चिकित्सा दल, जिला अग्निशमन दल, नेहरू युवा केंद्र, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, एनसीसी, पुलिस विभाग और हितधारको की टीम द्वारा जिला कलेक्ट्रेट परिसर में भूकंप और आग का मेगा माँक अभ्यास किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य किसी भी भूकंप और आग जैसी आपदाओं के दौरान घायल व चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रिस्पांस एजेंसियों का रिस्पांस चेक करना व सभी स्टेक होल्डरस के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है। इसके साथ ही मॉक ड्रिल अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है।
इस भूकंप और आग पर आधारित मेगा माँक अभ्यास के प्रथम चरण में एनडीआरएफ सहित सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा बैठक कर अभ्यास की सम्पूर्ण रूप रेखा तैयार की गयी। एनडीआरएफ की टीम ने भूकंप पर आधारित मेगा मॉकड्रिल में आकस्मिक तौर पर होने वाली घटना से निपटने के संबंध में लोगों को जानकारी दी। भूकंप से बचाव का पूर्वाभ्यास किया। बड़ी इमारतों में घिरे लोगों को निकालने, घायलों के आकस्मिक उपचार व अग्निशमन वाहन और फायर सिलिंडर के माध्यम से आग पर काबू पाने के तौर-तरीकों का प्रदर्शन किया गया। अधिकारियों ने कहाकि यह अभ्यास का कार्यक्रम लोगों को जागरूक करने और उनके दायित्वों से अवगत कराने के लिए है। हादसा कभी भी हो सकता है। हमें छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना चाहिए। हमारी तैयारी ही आपात में काम आती है। इस तरह के कार्यक्रमों से आकस्मिक स्थिति में लोगों को सुरक्षित बचाया जा सकता है।
मॉक ड्रिल एनडीआरएफ के उप कमांडेंट नीरज कुमार के नेतृत्व में लखनऊ टीम के 35 सदस्यीय पूर्ण प्रशिक्षित टीम द्वारा किया गया। नीरज कुमार ने बताया कि आपसी समन्वय से सकारात्मक पहल व सशक्त रिस्पोंस सिस्टम को विकसित करने से इस भूकंप और आग जैसी आपदाओं में होने वाली दुर्घटनाओं से आसानी से निपटा जा सकता है। समय समय पर इस तरह के माँक अभ्यास द्वारा महत्वपूर्ण जीवन की रक्षा की जा सकेगी। इस मेगा माक अभ्यास के दौरान उन्नाव के जिलाधिकारी राजेश कुमार (आईपीएस) सहित पूरा स्टाफ, एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर सुरेश कुमार सहित 35 रेस्कुअर एवं अन्य संस्थाओ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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