उन्नाव। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीय संयोजक राम निवास यादव ने कृषि बिल का समर्थन किया है। उन्नाव क़िले के सोहरमउ में किसानों के कार्यक्रम में उन्होंने कहा की किसी भी क़ीमत पर बिल वापस नही होना चाहिए। ये किसानों के हित में है जिस तरह से राष्ट्रीय राजधानी मे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फ़र्ज़ी किसानो एवम् देश के दलाल किसान नेताओं द्वारा देश को शर्मसार किया गया। अब ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही की आवश्कता है।
कहा कि जिस प्रकार से राकेश टिकैत, नरेश टिकैत और योगेंद्र यादव जैसे नेताओं ने अपनी टैक्टर रैली की विफलता को छुपाने एवं पैसे लेकर दिल्ली में दंगा कराने के लिये तलवार भाला जैसे औजारों को लेकर लालकिले पर उत्पात मचाया। संयोजक ने कहा कि देश की आन बान और शान हमारे देश की संप्रभुता एकता और अखंडता के प्रतीक जिसके लिए देश के लाखों वीर सपूतों ने अपनी जान गंवा दी, जिसके मान मे देश के कितने वीरों ने हंसते हंसते यातनाओं को सहते हुए प्राणों को त्याग दिया। देश की रक्षा के लिए देश के वीर सैनिक दिन रात कि परवाह किए बिना सीमा पर तैनात हैं।
ऐसे देश के राष्ट्रीय ध्वज को इन नकली किसानों के झुंड ने गणतंत्र दिवस के दिन पूरे देश को शर्मसार किया वो माफ़ी लायक़ नही है। जिस तिरंगे पर अपना देश अपने को गौरान्वित महसूस कर रहा था देश के तमाम सरकारी दफ्तरों कार्यालयों शिक्षण संस्थानों पर अमर शहीदों को याद कर उनकी वीर गाथा की कहानियों को सुनाया जाता है जिसका पृथ्वी से लेकर आकाश तक पूरा आभामण्डल हो रहा था उस दिन इन नकली किसानों ने राष्ट्रीय झंडे को लालकिले से उतारकर फेंक दिया और वहां पर इनके द्वारा खालिस्तानी झण्डा फहराया गया जिससे देश शर्मसार हुआ। इससे देश विदेश मे देश की साख को चोट पहुँची। उन्होने प्रधानमंत्री से आग्रह किया की ऐसे लोगों पर NSA लगाया जाय।
उन्होने याद दिलाते हुए कहा की आंदोलन तो कांग्रेस सरकार मे भी हुआ था, क्या हुआ था सबको पता है की आंदोलनकारियों पर गोलियाँ चलायी गयी थी। आंदोलन ठंडे बस्ते मे चला गया था तब किसी किसान नेता ने ऐसा आंदोलन नही किया था कार्यक्रम में पूर्व विधायक चंद्रा रावत, महामन्त्री बीरेन्द्र रावत, मो आरिफ़, शिवकुमार रावत सहित हज़ारों लोग शामिल थे।
0 टिप्पणियाँ